दही में मिलावट का खेल: पहचानें, बचें और रहें स्वस्थ!
दही में मिलावट का खेल: पहचानें, बचें और रहें स्वस्थ!
Gorakhpur, Uttar Pradesh - हाल ही में उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है जहाँ 600 किलोग्राम मिलावटी दही पकड़ा गया है। यह मिलावटी दही चाट-फुल्की की दुकानों और छोटे दुकानदारों को सप्लाई किया जा रहा था। इस तरह का मिलावटी दही खाना बेहद खतरनाक हो सकता है और आपके पाचन तंत्र को बिगाड़ सकता है, फूड पॉइज़निंग का कारण बन सकता है और गंभीर बीमारी तक पहुँचा सकता है।
डॉ. अमृता मिश्रा, सीनियर डाइटिशियन, नई दिल्ली के अनुसार, शुद्ध दही एक प्राकृतिक प्रोबायोटिक है जो पाचन तंत्र को मजबूत करता है और इम्यून सिस्टम को बेहतर बनाता है। लेकिन जब इसमें हाइड्रोजनटेड ऑयल, सिंथेटिक दूध या हानिकारक केमिकल मिलाए जाते हैं, तो इसका असर उल्टा हो जाता है। इससे पेट से जुड़ी समस्याओं से लेकर लिवर और किडनी को भी नुकसान पहुँच सकता है।
मिलावटी दही कैसे बनाया जाता है?
मिलावटखोर दही को गाढ़ा, सफेद और लंबे समय तक ताज़ा बनाए रखने के लिए उसमें हाइड्रोजनटेड ऑयल या सस्ते वनस्पति तेल की मिलावट करते हैं। इन तेलों में ट्रांस फैटी एसिड की मात्रा अधिक होती है, जो स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक है। कुछ मामलों में सिंथेटिक दूध या पहले से ही मिलावटी दूध का इस्तेमाल करके भी दही जमाया जाता है। ऐसे दूध में डिटर्जेंट, यूरिया, स्टार्च या शैंपू जैसे केमिकल्स मिले हो सकते हैं, जो दही की बनावट तो ठीक रखते हैं, लेकिन खाने योग्य नहीं होते हैं।
कैसे पहचानें मिलावटी दही?
आप घर पर आसानी से मिलावटी दही की पहचान कर सकते हैं:
* उंगली से घिसकर देखें: थोड़ा दही उंगली और अंगूठे के बीच रगड़ें। असली दही आसानी से घुल जाती है। मिलावटी दही का टेक्सचर चिपचिपा, चिकना या साबुन जैसा होता है।
* टेस्ट ट्यूब जांच: एक टेस्ट ट्यूब में 1 चम्मच दही डालें। उसमें हाइड्रोक्लोरिक एसिड (HCl) की करीब 10 बूंदें मिलाएं। मिश्रण को धीरे-धीरे हिलाते हुए मिक्स करें। अगर दही का रंग लाल हो जाए तो उसमें वनस्पति तेल की मिलावट है। (यह टेस्ट बेहद सावधानी से करें।)
* टेस्ट और गंध पहचानें: असली दही में हल्की खटास और नेचुरल खुशबू होती है। अगर केमिकल की अजीब गंध आए तो मिलावट की आशंका है। शुद्ध दही हल्का खट्टापन लिए होता है। ज़रूरत से ज़्यादा मीठा, बेस्वाद दही मिलावटी हो सकता है।
मिलावटी दही से बचने के लिए सावधानियां:
दही जैसे डेयरी उत्पाद सीधे आपकी सेहत से जुड़े होते हैं। इनमें मिलावट या संक्रमण होना खतरनाक है। इसलिए बाज़ार से दही खरीदते समय कुछ ज़रूरी बातों का ध्यान रखना चाहिए:
खुले दही के लिए सावधानियां:
* दुकान की सफाई देखें: जहाँ से आप दही खरीद रहे हैं, वहाँ साफ़-सफाई अच्छी होनी चाहिए। गंदगी संक्रमण का संकेत हो सकती है।
* सामान्य पूछताछ करें: दुकानदार से पूछें कि दूध कहाँ से आता है और दही कैसे जमाया जाता है। अगर जवाब अस्पष्ट हो या वह टालमटोल करे तो सतर्क हो जाएं।
* ठंडे तापमान में रखा हो: दही हमेशा बर्फ में या फ्रिज में रखा होना चाहिए। तापमान का ध्यान न रखा जाए तो दही जल्दी खराब हो सकता है।
पैकेजिंग वाले दही के लिए सावधानियां:
* FSSAI नंबर और सील चेक करें: पैकेज्ड दही पर फूड सेफ्टी (FSSAI) नंबर, ब्रांड सील और पैकेजिंग की सही स्थिति देखें।
* मैन्युफैक्चरिंग और एक्सपायरी डेट जांचें: एक्सपायर दही में हानिकारक बैक्टीरिया पनप सकते हैं, जो फूड पॉइज़निंग, उल्टी या दस्त जैसी समस्याएं पैदा कर सकते हैं। खाने से पहले दही की तारीख, गंध और स्वाद ज़रूर जांचें।
दही के अलावा किन डेयरी प्रोडक्ट्स में मिलावट होती है?
सिर्फ दही ही नहीं, बल्कि मिलावटखोर दूध, पनीर, घी, मक्खन और क्रीम जैसी चीज़ों में भी मिलावट कर सकते हैं। इसलिए खरीदते समय सावधानी बरतें।
मिलावटी दही को लेकर शिकायत कहाँ करें?
अगर आपको लगता है कि आपने जो दही खरीदा है वह मिलावटी है तो इसकी शिकायत करना बहुत आसान है। आप सीधे FSSAI की वेबसाइट पर या उनके मोबाइल ऐप "Food Safety Connect" पर शिकायत दर्ज कर सकते हैं। इसके अलावा अपने इलाके के फूड इंस्पेक्टर, हेल्थ डिपार्टमेंट, या कंज्यूमर फोरम में भी संपर्क किया जा सकता है।
स्वस्थ रहें, सुरक्षित खाएं!
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News source Dainik Bhaskar
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