बीएचयू परिसर में एंटी-रैगिंग डे पर कई कार्यक्रम, छात्रों में जागरूकता अभियान शुरू
वाराणसी: बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) और इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (आईएमएस-बीएचयू) के एंटी-रैगिंग दस्तों ने मंगलवार को राष्ट्रीय एंटी-रैगिंग डे के अवसर पर विशेष अभियान की शुरुआत की। इस अभियान का उद्देश्य छात्रों को रैगिंग के दुष्प्रभाव और इसके कानूनी प्रावधानों के बारे में जागरूक करना है।
कार्यक्रम की थीम थी "जीरो टॉलरेंस टू रैगिंग – एक सुरक्षित कैंपस का निर्माण", जिसमें छात्रों से आपसी सम्मान और सहयोग बनाए रखने की अपील की गई।
कार्यक्रम का उद्घाटन प्रो. ललित मोहन अग्रवाल ने किया और छात्रों से मिलजुल कर सुरक्षित माहौल बनाने का आग्रह किया।
आईएमएस-बीएचयू के निदेशक प्रो. एस.एन. संखवार ने कहा कि रैगिंग अनुशासनहीनता को बढ़ावा देती है और शैक्षणिक विकास में बाधा डालती है।
डॉ. संजय गुप्ता, डीन ऑफ फैकल्टी ऑफ मॉडर्न मेडिसिन, ने ऐसे मामलों की तुरंत रिपोर्टिंग की आवश्यकता पर जोर दिया।
अभियान के दौरान नारे लेखन, निबंध प्रतियोगिता, पोस्टर मेकिंग, फोटोग्राफी, लोगो डिजाइन, रैली, नुक्कड़ नाटक और वाद-विवाद जैसे कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
वेल-बीइंग सर्विस सेल ने भी एक कार्यशाला आयोजित की, जिसमें 160 से अधिक छात्रों ने भाग लिया। इसमें एंटी-रैगिंग कानून, संसाधन और सहानुभूति व सुरक्षा पर चर्चा हुई।
स्रोत (Source):
टाइम्स न्यूज़ नेटवर्क / Times of India
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