सरकार ने बताया कैसे पहचानें नकली वेबसाइट

सरकार ने बताया कैसे पहचानें नकली वेबसाइट



दूरसंचार विभाग ने X पर एक वीडियो शेयर किया, जिसमें बताया गया कि नकली वेबसाइट को कैसे पहचाना जा सकता है।

कैसे होती है पहचान?

1. नकली वेबसाइट के लिंक (URL) में अक्सर स्पेलिंग गलत होती है।


2. ऐसी वेबसाइटें "http" से शुरू होती हैं, जबकि सुरक्षित वेबसाइटों में "https" होता है।


3. साइबर अपराधी भरोसेमंद वेबसाइटों के नाम में थोड़ा बदलाव कर देते हैं ताकि लोग धोखा खा जाएं।


इसलिए हमेशा वेबसाइट को ध्यान से चेक करें और सुरक्षित साइट का ही इस्तेमाल करें।

अगर किसी वेबसाइट के लिंक (URL) के आखिर में .org, .xyz, .abc जैसे नाम हों, तो वे संदिग्ध हो सकते हैं।

जबकि सुरक्षित वेबसाइटें आमतौर पर .com, .in जैसे डोमेन नाम से खत्म होती हैं। इसलिए किसी भी वेबसाइट पर जाने से पहले उसके लिंक को ध्यान से चेक करें।

अगर कोई वेबसाइट https:// की जगह http:// से शुरू होती है, तो वह सुरक्षित नहीं होती।

https:// वाली वेबसाइटें सिक्योर होती हैं, जबकि http:// वाली वेबसाइटों से आपकी निजी जानकारी लीक हो सकती है। इसलिए हमेशा https:// वाली वेबसाइट का ही इस्तेमाल करें।


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