मड़िहान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में नया अधीक्षक नियुक्त किया गया है।

मड़िहान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में नया अधीक्षक नियुक्त किया गया है। 
मरीजों और उनके परिवार वालों की शिकायतों के बाद डॉक्टर आनंद सिंह का तबादला कर दिया गया है। उन पर अवैध वसूली का आरोप लगा था। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने तुरंत कार्रवाई करते हुए डॉक्टर आनंद सिंह को हटा दिया और डॉक्टर आर.एस. वर्मा को नया अधीक्षक बना दिया है।

यह खबर एक अस्पताल में हो रही गंभीर समस्याओं के बारे में है।

अस्पताल की एक नर्स गर्भवती महिलाओं को इलाज के लिए बाहर के निजी नर्सिंग होम भेज रही थी और इसके बदले में पैसा ले रही थी।

इसके अलावा, जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के लिए भी अवैध रूप से पैसे मांगे जा रहे थे।


अस्पताल की स्थिति:

यह अस्पताल करीब 5 लाख लोगों के इलाज के लिए बनाया गया है और इसमें 30 बेड हैं।

अस्पताल में कई समस्याएं हैं, जैसे कि महिला डॉक्टर की कमी, जिससे महिलाओं को परेशानी हो रही है।

अस्पताल में कुल 28 स्वास्थ्य कर्मी होने चाहिए, जिनमें 7 डॉक्टर शामिल हैं।

पता चलता है कि अस्पताल में मरीजों को सही इलाज नहीं मिल पा रहा है और भ्रष्टाचार भी हो रहा है।
इस अस्पताल में बच्चों के डॉक्टर (बाल रोग विशेषज्ञ) का पद कई सालों से खाली है। एम्बुलेंस की सुविधा होने के बावजूद मरीजों को अच्छा इलाज पाने के लिए दूसरे अस्पताल जाना पड़ता है।

ध्यान देने वाली बात यह है कि एक साल पहले भी ऐसी ही शिकायतों के कारण डॉक्टर महेंद्र सिंह चौधरी को अधीक्षक पद से हटा दिया गया था और उनका तबादला न्यू पीएचसी पचोखरा, राजगढ़ कर दिया गया था।



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