मिर्जापुर में लगेगा 1600 मेगावाट का थर्मल पावर प्लांट, हज़ारों युवाओं को मिलेगा रोज़गार
मिर्जापुर में लगेगा 1600 मेगावाट का थर्मल पावर प्लांट, हज़ारों युवाओं को मिलेगा रोज़गार
मिर्जापुर के सदर तहसील के ददरी खुर्द गांव में 1600 मेगावाट क्षमता वाला कोयला आधारित अल्ट्रा सुपर क्रिटिकल थर्मल पावर प्लांट स्थापित होने जा रहा है। इस मेगा प्रोजेक्ट को अडानी समूह द्वारा प्रस्तावित किया गया है। परियोजना को पर्यावरणीय स्वीकृति दिलाने हेतु लोक सुनवाई का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने की।
इस कार्यक्रम में अपर जिला अधिकारी शिव प्रसाद शुक्ला, क्षेत्रीय पर्यावरण अधिकारी (सोनभद्र), अडानी समूह के अधिकारी, स्थानीय जनप्रतिनिधि और सैकड़ों ग्रामीण मौजूद रहे। लोगों ने कार्यक्रम में खुलकर अपनी बात रखी और परियोजना को लेकर सकारात्मक रुख दिखाया।
मड़िहान विधायक और पूर्व मंत्री रमाशंकर सिंह पटेल ने इस प्रोजेक्ट को मिर्जापुर के विकास का इंजन बताया। उन्होंने कहा कि, “इस पावर प्लांट से जहां हज़ारों लोगों को रोज़गार मिलेगा, वहीं जिले में निवेश और विकास की नई राह खुलेगी। अडानी समूह का यह कदम मिर्जापुर को ऊर्जा के नक्शे पर चमकदार बना देगा।”
ददरी खुर्द गांव के लोगों में इस परियोजना को लेकर काफी उत्साह देखा गया। एक बुजुर्ग ग्रामीण ने कहा, “अब हमारे बच्चों को रोज़गार के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा। हमने जो सपना देखा था, अब वो सच होता दिख रहा है।”
इस परियोजना से न केवल मिर्जापुर की बिजली उत्पादन क्षमता बढ़ेगी, बल्कि यह ज़िला एक मॉडल ज़िले के रूप में उभरेगा और स्थानीय युवाओं को व्यापक रोज़गार के अवसर उपलब्ध कराएगा।
अल्ट्रा सुपर क्रिटिकल पावर प्लांट क्या होता है?
अल्ट्रा सुपर क्रिटिकल पावर प्लांट एक ऐसी तकनीक है जो पुराने बिजली प्लांट्स से ज्यादा अच्छी और पर्यावरण के लिए बेहतर मानी जाती है। इसमें कम कोयला जलाकर ज्यादा बिजली बनाई जाती है। यह प्लांट मिर्जापुर के लिए ऊर्जा के क्षेत्र में एक नया रास्ता दिखाएगा।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें