अलविदा सुई! अब टीकाकरण दर्द रहित और आसान
अलविदा सुई! अब टीकाकरण दर्द रहित और आसान
नई तकनीक से बदल रहे हैं टीकाकरण के तरीके
> अब दर्द नहीं, सिर्फ लाभ: इंजेक्शन की जगह अब त्वचा पर लगाए जाने वाले पैच आ रहे हैं; अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने एक नाक स्प्रे वैक्सीन को मंजूरी दी है जिसे दुकानों से खरीदा जा सकता है।
स्वास्थ्य क्षेत्र में तकनीकी प्रगति ने टीकाकरण को सरल और दर्द रहित बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। यूएस एफडीए ने हाल ही में एक नाक से दी जाने वाली फ्लूमिस्ट वैक्सीन को मंजूरी दी है। इस स्प्रे वैक्सीन को पर्चे के साथ मेडिकल स्टोर से खरीदा जा सकता है और घर पर उपयोग किया जा सकता है। यह वैक्सीन सुई के डर और दर्द से बचने का एक नया विकल्प प्रदान करती है।
एफडीए वैक्सीन केंद्र के निदेशक, डॉ. पीटर मार्क्स ने कहा, "यह परिवारों को अधिक सुविधा और लचीलापन प्रदान करता है, साथ ही सुरक्षित और प्रभावी मौसमी फ्लू वैक्सीन प्राप्त करने का एक नया विकल्प है।"
नए शोध और संभावनाएं
डलास, टेक्सास विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने वैक्सीन देने के लिए एक नई तकनीक विकसित की है, जिसे एमओएफ-जेट कहा जाता है। यह संपीड़ित गैस के जरिए त्वचा में वैक्सीन के पाउडर को प्रवेश कराता है। मुख्य अन्वेषक जेरेमिया गैसेनस्मिथ के अनुसार, यह तरीका सस्ता है और वैक्सीन को कमरे के तापमान पर सुरक्षित रखता है।
इसी तरह, ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक अल्ट्रासाउंड की मदद से टीकाकरण की तकनीक पर काम कर रहे हैं। इस पद्धति में वैक्सीन को त्वचा के माध्यम से बिना सुई के शरीर में पहुंचाया जाता है।
दर्द रहित माइक्रोनीडल पैच
पश्चिमी अफ्रीका के गाम्बिया में एक नए माइक्रोनीडल पैच का सफल परीक्षण हुआ है। यह पैच खसरे जैसी गंभीर बीमारियों से बच्चों को बचाने में कारगर साबित हुआ। चिपकने वाले प्लास्टर जैसे इस पैच को दूरदराज के इलाकों में आसानी से ले जाया जा सकता है। शुरुआती परीक्षणों में इसने 90% बच्चों को खसरे से बचाया है।
स्वास्थ्य क्षेत्र में ये नए विकल्प टीकाकरण को अधिक प्रभावी, सुविधाजनक और दर्द रहित बना रहे हैं। भविष्य में यह तकनीक व्यापक रूप से उपयोग की जा सकती है।
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