रेलवे यात्रियों की सुरक्षा के लिए 182 हेल्पलाइन: अब 'रेल मदद' से हुई एकीकृत
रेलवे यात्रियों की सुरक्षा के लिए 182 हेल्पलाइन: अब 'रेल मदद' से हुई एकीकृत


रेल यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (RPF) द्वारा संचालित 182 सुरक्षा योजना एक टोल-फ्री हेल्पलाइन है, जिसका उद्देश्य यात्रियों विशेषकर महिलाओं के लिए को ट्रेन या रेलवे स्टेशन पर किसी भी आपात स्थिति में त्वरित सहायता प्रदान करना है।
उद्देश्य:
182 हेल्पलाइन यात्रियों को आपातकालीन स्थितियों में सुरक्षा सहायता देने के लिए शुरू की गई थी, जिससे वे बिना किसी देरी के मदद प्राप्त कर सकें।
सुलभता:
यह एक टोल-फ्री नंबर है जिसे किसी भी लैंडलाइन या मोबाइल फोन से डायल किया जा सकता है।
विशेषताएं:
यह हेल्पलाइन GPS-सक्षम है, जिससे निकटतम पुलिस स्टेशन को तुरंत सतर्क किया जा सकता है।
इसका उपयोग महिलाओं के खिलाफ अपराध, चोरी, आग की घटनाएं या चिकित्सकीय आपात स्थितियों की रिपोर्ट करने के लिए भी किया जा सकता है।
संबंधित पहलें:
RPF एक मोबाइल ऐप "रेल सुरक्षा" (Rail Suraksha) का भी उपयोग करता है।
सुरक्षा संबंधी सहायता के लिए उनका ट्विटर अकाउंट (@rpfswr) भी सक्रिय है।
यात्रियों को जागरूक करने के लिए हेल्पलाइन का प्रचार-प्रसार पंपलेट्स और जागरूकता अभियानों के माध्यम से किया जाता है।
एकीकरण:
यात्रियों को बेहतर और केंद्रीकृत सहायता प्रदान करने के लिए अब 182 सुरक्षा हेल्पलाइन को "रेल मदद" (हेल्पलाइन नंबर 139) में विलय कर दिया गया है। इससे यात्रियों को सुरक्षा और अन्य पूछताछ के लिए एक ही नंबर पर सहायता मिल सकेगी।
रेलवे द्वारा यह पहल यात्रियों की यात्रा को और अधिक सुरक्षित और सुविधाजनक बनाने की दिशा में एक अहम कदम है।
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